आज मुख्यमंत्री रावत जी द्वारा उत्तराखंड राज्य को 31 मार्च तक लॉक डाउन करने और जनता कर्फ्यू का आगे जारी रहने की जानकारी दी है। आज "जनता कर्फ्यू" के दिन खुद के बारे में थोड़ा सा सोचने को समय मिला। और जब कर्फ्यू आगे बढ़ा दिया गया है तो काफी टाइम मिल गया है सोचने का।
जहां कोरोना के वजह से दुनिया भर के शहरों और गांवों में लॉक डाउन हो गया है और लोगो को अपने घर मे ही रहने की सलाह/चेतावनी दी गई है। जो इस वायरस को फैलाने से रोक सकता है। उसी बीच जब आप को इतना समय एक जगह पर ही रहना है तो सोचे अपनी जिंदगी के बारे में।
इस वायरस की वजह से हम सब दुनिया भर की बेफिजूल बातों को भूल गए है जिस की फिक्र में हमने अपनी पूरी लाइफ बर्बाद कर दी है, चाहे वो प्यार हो, जॉब हो, पढ़ाई हो, लड़ाई हो, राजनीति हो या फिर कोई बात।
अब कोई हमे ताने नही मार रहा कि क्यों घर पर खाली बैठा है? क्यों कुछ अच्छी जॉब नही ढूंढता? अब मैं लाइफ में क्या करूँगा? मैं क्या कर रहा हूँ अपनी लाइफ के साथ? कल क्या होगा? कब सरकारी जॉब लगेगी? कब शादी होगी? कब वो मुझ से इम्प्रेस होगी? क्या वो मेरी गर्ल फ्रेंड बनेगी? सैलरी बढ़ेगी या नही? कोई दूसरी अच्छी जॉब मिलेगी या इसी में जिंदगी काटूँ? कल आफिस में बॉस कुछ बोल न दे। आफिस में फिर वॉट न लग जाये? स्कूल होम वर्क नही कर पाया? पेपर खराब चला गया? रिजल्ट का क्या होगा? कैरियर के क्या होगा?
ऐसे बहुत से सवालों से अब कुछ टाइम के लिए ब्रेक मिल गया है। तो इसका फायदा उठाए। जहां तक मेरी बात है तो लगता है समय थम सा गया है या फिर उसकी स्पीड कम हो गई है। वरना 2020 के इतने दिन और महीने कब आये कब गए पता ही नही चला। सुबह उठो, ड्यूटी जाओ, घर आओ, थोड़ा मोबाइल, tv देखो और सो जाओ। बस दिन गिनों और अगले महीने की सैलरी का इंतजार करो। बस यही लाइफ राह गई थी। क्या करना था लाइफ है? क्या प्लान था लाइफ को लेकर? आगे क्या करना है अपनी लाइफ के साथ? साथ वाले दोस्त कहाँ से कहाँ पहुंच गए, क्या क्या करने लगे है और मैं?
अब जब इनसब से थोड़ा ब्रेक मिल गया है तो सोचता हूँ और ट्राय करता हूं अगर लाइफ/कैरियर को रिफ्रेश/रिसेट कर सकूं तो....
बाकी आप लोग इस लॉक डाउन में पैनिक/घबराकर न रहे बल्कि सोचे थोड़ा सा अपने बारे में। फैमिली वाले है तो बीबी बच्चो के साथ समय बिताइए। उनके स्कूल/कॉलेज के बारे में जाने।
मिलते है थोड़ी थोड़ी देर में। इस लॉक डाउन में अब यूँही एक नई आदत की शुरुवात के साथ। और बताये आप क्या सोचते है इस बारे में।
जहां कोरोना के वजह से दुनिया भर के शहरों और गांवों में लॉक डाउन हो गया है और लोगो को अपने घर मे ही रहने की सलाह/चेतावनी दी गई है। जो इस वायरस को फैलाने से रोक सकता है। उसी बीच जब आप को इतना समय एक जगह पर ही रहना है तो सोचे अपनी जिंदगी के बारे में।
इस वायरस की वजह से हम सब दुनिया भर की बेफिजूल बातों को भूल गए है जिस की फिक्र में हमने अपनी पूरी लाइफ बर्बाद कर दी है, चाहे वो प्यार हो, जॉब हो, पढ़ाई हो, लड़ाई हो, राजनीति हो या फिर कोई बात।
अब कोई हमे ताने नही मार रहा कि क्यों घर पर खाली बैठा है? क्यों कुछ अच्छी जॉब नही ढूंढता? अब मैं लाइफ में क्या करूँगा? मैं क्या कर रहा हूँ अपनी लाइफ के साथ? कल क्या होगा? कब सरकारी जॉब लगेगी? कब शादी होगी? कब वो मुझ से इम्प्रेस होगी? क्या वो मेरी गर्ल फ्रेंड बनेगी? सैलरी बढ़ेगी या नही? कोई दूसरी अच्छी जॉब मिलेगी या इसी में जिंदगी काटूँ? कल आफिस में बॉस कुछ बोल न दे। आफिस में फिर वॉट न लग जाये? स्कूल होम वर्क नही कर पाया? पेपर खराब चला गया? रिजल्ट का क्या होगा? कैरियर के क्या होगा?
ऐसे बहुत से सवालों से अब कुछ टाइम के लिए ब्रेक मिल गया है। तो इसका फायदा उठाए। जहां तक मेरी बात है तो लगता है समय थम सा गया है या फिर उसकी स्पीड कम हो गई है। वरना 2020 के इतने दिन और महीने कब आये कब गए पता ही नही चला। सुबह उठो, ड्यूटी जाओ, घर आओ, थोड़ा मोबाइल, tv देखो और सो जाओ। बस दिन गिनों और अगले महीने की सैलरी का इंतजार करो। बस यही लाइफ राह गई थी। क्या करना था लाइफ है? क्या प्लान था लाइफ को लेकर? आगे क्या करना है अपनी लाइफ के साथ? साथ वाले दोस्त कहाँ से कहाँ पहुंच गए, क्या क्या करने लगे है और मैं?
अब जब इनसब से थोड़ा ब्रेक मिल गया है तो सोचता हूँ और ट्राय करता हूं अगर लाइफ/कैरियर को रिफ्रेश/रिसेट कर सकूं तो....
बाकी आप लोग इस लॉक डाउन में पैनिक/घबराकर न रहे बल्कि सोचे थोड़ा सा अपने बारे में। फैमिली वाले है तो बीबी बच्चो के साथ समय बिताइए। उनके स्कूल/कॉलेज के बारे में जाने।
मिलते है थोड़ी थोड़ी देर में। इस लॉक डाउन में अब यूँही एक नई आदत की शुरुवात के साथ। और बताये आप क्या सोचते है इस बारे में।
No comments:
Post a Comment